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Bakaiti Web Series Review: बकैती वेब सीरीज़ की पूरी कहानी, कास्ट, रेटिंग और रिव्यू

(Bakaiti web series) बकैती वेब सीरीज़: असल ज़िंदगी का आईना:-

OTT प्लेटफॉर्म्स पर आए दिन नई-नई वेब सीरीज़ रिलीज़ होती हैं। कुछ कहानियाँ केवल मनोरंजन तक सीमित रह जाती हैं, जबकि कुछ अपने सादगीभरे अंदाज़ और असल ज़िंदगी से जुड़ी झलकियों की वजह से लंबे समय तक याद रह जाती हैं।

बकैती वेब सीरीज़ उन कहानियों में से एक है, जिसे दर्शकों के साथ-साथ क्रिटिक्स ने भी सराहा है और इसे 7.2 की उम्दा रेटिंग दी गई है। इस सीरीज़ में मध्यमवर्गीय परिवार की खुशियाँ, संघर्ष और रिश्तों की गहराई को बेहद संवेदनशील तरीके से दिखाया गया है। खास बात यह है कि शीबा चड्ढा ने माँ का किरदार इतनी नज़ाकत और प्रभावशाली अंदाज़ में निभाया है कि दर्शक उनके अभिनय से तुरंत जुड़ाव महसूस करते हैं

बकैती’ वेब सीरीज़ की कहानी:-

यह कहानी पुराने ग़ाज़ियाबाद की सँकरी गलियों में बसे कटारिया परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है, जहाँ हर दिन की ज़िंदगी अपने आप में एक जंग जैसी है।

संजय कटारिया (राजेश टैलंग) पेशे से वकील हैं, लेकिन उनके पास मुक़दमे लड़ने के लिए केस ही नहीं आ रहे। इसी वजह से घर की आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। दूसरी ओर उनकी पत्नी सुषमा (शीबा चड्ढा) भी अपने पति का बोझ हल्का करने की कोशिश करती हैं—घर के कामकाज के साथ-साथ वह एक छोटा-सा बुटीक भी चलाती हैं।

इस दंपति के बच्चों में 21 साल की नैना (तान्या शर्मा) और उसका किशोर उम्र का भाई भरत (आदित्य शुक्ला) अक्सर आपस में झगड़ते रहते हैं। जब परिवार तय करता है कि घर का एक कमरा किराए पर देकर कुछ आमदनी बढ़ाई जाए और नैना व भरत को एक ही कमरे में साथ रहना पड़े, तो उनके बीच का टकराव और गहरा हो जाता है।

जहाँ नैना पढ़ाई पर ध्यान देना चाहती है, वहीं भरत की पूरी दुनिया क्रिकेट के इर्द-गिर्द घूमती है। इन्हीं दोनों की नोकझोंक कहानी में मज़ेदार और असली रंग भरती है।

भाई-बहनों की नोकझोंक, उनकी दोस्ती और ज़िम्मेदारियों का बोझ – सब मिलकर कहानी को असल ज़िंदगी के बेहद क़रीब ले आते हैं।

कहानी का दिलचस्प मोड़ तब आता है, जब नैना (तान्या शर्मा) को अपने शरारती भाई भारत (आदित्य शुक्ला) के साथ एक ही कमरा शेयर करना पड़ता है। धीरे-धीरे हालात बिगड़ने लगते हैं और घर की शांति खतरे में पड़ जाती है। ऐसे वक्त पर माँ सुषमा कटारिया (शीबा चड्ढा) अपने धैर्य और प्यार से परिवार को संभालती हैं।

झगड़े और टकराव के बीच इन दोनों भाई-बहनों के बीच ढेर सारा प्यार भी छिपा है। दूसरी ओर, संजय का भाई अजय (परविंदर जीत सिंह) पुश्तैनी मकान बेचने पर अड़ा हुआ है, जिसमें संजय का परिवार रहता है। अजय का मानना है कि घर बेचने से मिलने वाले हिस्से से वह अपने बेटे को पढ़ाई के लिए विदेश भेज पाएगा और साथ ही संजय को भी आर्थिक सहारा मिल जाएगा।

इसी बीच, स्कॉलरशिप मिलने के बावजूद नैना पैसों की तंगी के कारण आगे की पढ़ाई और मुंबई यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए जूझ रही है। ऐसे में जब किरायेदार चिराग (केशव साधना) घर में आता है, तो परिवार को लगता है कि शायद अब परेशानियां कम होंगी, लेकिन ऐसा नहीं होता।

अब सवाल यह है कि कटारिया परिवार अपनी इन मुश्किलों के जाल से निकल पाएगा या हमेशा के लिए इसमें उलझा रह जाएगा? इसका जवाब जानने के लिए आपको यह सीरीज़ देखनी होगी।

बकैती वेब सीरीज़ – एक नज़र में

पहलू विवरण:-

• सीरीज़ का नाम – बकैती वेब सीरीज़

• IMDb रेटिंग – 7.2/10

• निर्देशक – अमित गुप्ता

• मुख्य कलाकार – शीबा चड्ढा, राजेश तैलंग, तान्या शर्मा, • आदित्य शुक्ला

• सहायक कलाकार – केशव साधना, रमेश राय, पूनम जांगड़ा, शश्वत चतुर्वेदी, परविंदर जीत सिंह

• सेटिंग – ग़ाज़ियाबाद का मिडिल क्लास परिवार

• ख़ास आकर्षण – माँ का किरदार, पारिवारिक रिश्ते, असलियत से जुड़ी कहानी

 

शीबा चड्ढा की दमदार अदाकारी:-

सीरीज़ में माँ का किरदार निभा रहीं शीबा चड्ढा कहानी की रीढ़ हैं। उन्होंने एक माँ की सादगी, भावनाएँ और त्याग को इस क़दर निभाया है कि दर्शक उनसे जुड़ाव महसूस करते हैं।

हाल ही में दिए इंटरव्यू में शीबा ने कहा कि अब वह माँ के किरदार से आगे बढ़कर नए और चुनौतीपूर्ण रोल करना चाहती हैं, ताकि एक अभिनेत्री के रूप में उनकी पहचान और मज़बूत हो सके।

 

अन्य कलाकारों का योगदान:-

राजेश तैलंग ने पिता का किरदार निभाया है, जिनकी सख़्ती और ज़िम्मेदारी परिवार को वास्तविक बनाती है।

तान्या शर्मा और आदित्य शुक्ला ने भाई-बहन की खट्टी-मीठी नोकझोंक को बड़े ही सहज ढंग से दिखाया है।

सहायक कलाकारों का काम भी कहानी को और गहराई देता है।

निर्देशन और प्रस्तुति:-

निर्देशक अमित गुप्ता ने कहानी को बेहद सरल और असली अंदाज़ में प्रस्तुत किया है। ग़ाज़ियाबाद की गलियाँ, घर का माहौल और संवाद इतने स्वाभाविक लगते हैं कि दर्शक खुद को उस परिवार का हिस्सा मान बैठते हैं।

 

दर्शकों की प्रतिक्रिया:-

रिलीज़ के बाद से ही इस सीरीज़ को सोशल मीडिया पर खूब सराहा जा रहा है। लोग इसकी सादगी और असल ज़िंदगी से जुड़े पलों की तारीफ़ कर रहे हैं। IMDb पर 7.2 की रेटिंग इस बात का सबूत है कि बकैती दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना चुकी है।

 

शीबा चड्ढा का सफ़र:-

शीबा ने 1998 की फ़िल्म दिल से से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने बधाई दो, डॉक्टर जी और कई वेब सीरीज़ में अहम भूमिकाएँ निभाईं। दिलचस्प बात यह है कि वह दो बार सुपरस्टार शाहरुख़ ख़ान की माँ का किरदार निभा चुकी हैं।

आज भी वह अपनी सहज और भावनाओं से भरी एक्टिंग के लिए खास पहचान रखती हैं।

निष्कर्ष:-

बकैती वेब सीरीज़ सिर्फ़ मनोरंजन नहीं, बल्कि असल ज़िंदगी का आईना है। यह दिखाती है कि रिश्तों की असली नींव भरोसे, प्यार और बलिदान पर टिकी होती है।

शीबा चड्ढा की शानदार अदाकारी इस कहानी की सबसे मजबूत कड़ी है, जो इसे और खास बना देती है।

 

👉 अगर आप ऐसी सीरीज़ देखना चाहते हैं, जिसमें सादगी, असल ज़िंदगी की झलक और बेहतरीन एक्टिंग हो – तो बकैती वेब सीरीज़ आपके लिए ज़रूर देखने लायक है।

 

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